दुर्भग: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 13: | Line 13: | ||
== पुराणकोष से == | == पुराणकोष से == | ||
<div class="HindiText"> <p> नाम कर्म का एक भेद । इस कर्म के उदय से <span class="GRef"> महापुराण </span>दुर्भागी और लोकनिंदित होते हैं । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 18.128, </span><span class="GRef"> वीरवर्द्धमान चरित्र 17.127-128 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> नाम कर्म का एक भेद । इस कर्म के उदय से <span class="GRef"> महापुराण </span>दुर्भागी और लोकनिंदित होते हैं । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_18#128|हरिवंशपुराण - 18.128]], </span><span class="GRef"> वीरवर्द्धमान चरित्र 17.127-128 </span></p> | ||
</div> | </div> | ||
Revision as of 15:10, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
देखें सुभग ।
पुराणकोष से
नाम कर्म का एक भेद । इस कर्म के उदय से महापुराण दुर्भागी और लोकनिंदित होते हैं । हरिवंशपुराण - 18.128, वीरवर्द्धमान चरित्र 17.127-128