धृतराज: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> राजा धृत के पश्चात् हुआ एक कुरुवंशी राजा । इसकी अंबिका, अंबालिका और अंबा ये तीन रानियाँ थी । इनमें अंबिका से धृतराष्ट्र, अंबालिका से पांडु और अंबा से विदुर ये तीन पुत्र हुए थे । रुक्मण इसका भाई था । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 45.33-35 </span><span class="GRef"> महापुराण </span>अरि पांडवपुराण के अनुसार धृतराष्ट्र, पांडु और विदुर ये तीनों राजा व्यास और उनकी स्त्री सुभद्रा के पुत्र थे । <span class="GRef"> महापुराण </span>70.103, <span class="GRef"> पांडवपुराण 7.114-117 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> राजा धृत के पश्चात् हुआ एक कुरुवंशी राजा । इसकी अंबिका, अंबालिका और अंबा ये तीन रानियाँ थी । इनमें अंबिका से धृतराष्ट्र, अंबालिका से पांडु और अंबा से विदुर ये तीन पुत्र हुए थे । रुक्मण इसका भाई था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_45#33|हरिवंशपुराण - 45.33-35]] </span><span class="GRef"> महापुराण </span>अरि पांडवपुराण के अनुसार धृतराष्ट्र, पांडु और विदुर ये तीनों राजा व्यास और उनकी स्त्री सुभद्रा के पुत्र थे । <span class="GRef"> महापुराण </span>70.103, <span class="GRef"> पांडवपुराण 7.114-117 </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:11, 27 November 2023
राजा धृत के पश्चात् हुआ एक कुरुवंशी राजा । इसकी अंबिका, अंबालिका और अंबा ये तीन रानियाँ थी । इनमें अंबिका से धृतराष्ट्र, अंबालिका से पांडु और अंबा से विदुर ये तीन पुत्र हुए थे । रुक्मण इसका भाई था । हरिवंशपुराण - 45.33-35 महापुराण अरि पांडवपुराण के अनुसार धृतराष्ट्र, पांडु और विदुर ये तीनों राजा व्यास और उनकी स्त्री सुभद्रा के पुत्र थे । महापुराण 70.103, पांडवपुराण 7.114-117