वचोगुप्ति: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> अहिंसा व्रत की पांच भावनाओं में दूसरी भावना । इसमें स्त्रीकथा आदि चारों विकथाओं से विरक्त रहना होता है । <span class="GRef"> महापुराण 20.161, </span><span class="GRef"> पांडवपुराण 9-89 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> अहिंसा व्रत की पांच भावनाओं में दूसरी भावना । इसमें स्त्रीकथा आदि चारों विकथाओं से विरक्त रहना होता है । <span class="GRef"> महापुराण 20.161, </span><span class="GRef"> पांडवपुराण 9-89 </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:21, 27 November 2023
अहिंसा व्रत की पांच भावनाओं में दूसरी भावना । इसमें स्त्रीकथा आदि चारों विकथाओं से विरक्त रहना होता है । महापुराण 20.161, पांडवपुराण 9-89