Shivirpage: Difference between revisions
From जैनकोष
JainTestUser (talk | contribs) (Created page with "<h2>जैनकोष</h2> <div class="contents"> <div class="content_wrapper_section"> <div class="main_container content_wrapper"> <div class="conte...") |
JainTestUser (talk | contribs) No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<div class="content_head">गोम्मटसार जीवकाण्ड जैसे दुर्लभ ग्रन्थ का आद्योपांत स्वाध्याय का स्वर्णिम अवसर</div> | |||
<div class="content_head">गोम्मटसार जीवकांड शिक्षण-शिविर (तृतीय) </div> | |||
<div class="content_head">23 दिसम्बर से 31 दिसम्बर</div> | |||
<div class="content_head">मोदीजी की नसिया, इन्दौर</div> | |||
<div class="content_body"> | |||
शिविर की विशेषता : | |||
<ul> | |||
<li>इसमें 9 दिनों तक प्रतिदिन सुबह, दोपहर और रात्रि को 2-2 घंटे, इस तरह प्रतिदिन 6 घंटे जीवकांडजी का अध्ययन कराया जाएगा | </li> | |||
<li>अन्य शिविरों की भांति इस शिविर में विभिन्न ग्रन्थ नहीं लेकर पूरे शिविर में एक ही ग्रन्थ का अध्ययन कराया जाएगा – यह इस शिविर की सबसे ख़ास बात है | </li> | |||
<li>नवीनतम साधनों जैसे प्रोजेक्टर, टेबल्स आदि के द्वारा अध्ययन कराया जाएगा |</li> | |||
<li>Software Engineer, विदेशों में सेवायें दे चुके युवा विद्वानों के द्वारा अत्यंत सरल और सुन्दर विधि से पढ़ाया जाएगा |</li> | |||
<li>आकर्षक नवीनतम स्टडी मटेरियल </li> | |||
<li>शिविर के बाद भी प्रश्न-पत्रों के माध्यम से ग्रन्थ का अभ्यास चालु रहता है |</li> | |||
</ul> | |||
</div> | |||
<div class="content_body"> | |||
पूर्व 2 शिविरों में गुणस्थान से लेकर योग मार्गणा तक अध्ययन कराया गया था | अब इस शिविर में आगे के अधिकारों का अधययन कराया जायेगा | जिन लोगों ने पूर्व शिविरों में भाग नहीं लिया था, वे भी इस शिविर में शामिल हो सकते हैं | इस शिविर के विषय पहले से भी सरल होंगे | देखें क्यों आना चाहिए इस शिविर में : https://www.youtube.com/watch?v=mTlIEXyELoU | |||
</div> | |||
<div class="content_body"> | |||
शिविर में भाग लेने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य है | रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि 15 नवंबर है | रजिस्ट्रेशन करने हेतु आप ऑनलाइन फॉर्म भर सकते हैं : https://goo.gl/forms/8YqGObgVSaVjfnA03 | |||
</div> | |||
<h2>जैनकोष</h2> | <h2>जैनकोष</h2> | ||
<div class="contents"> | <div class="contents"> |
Revision as of 00:27, 30 October 2017
शिविर की विशेषता :
- इसमें 9 दिनों तक प्रतिदिन सुबह, दोपहर और रात्रि को 2-2 घंटे, इस तरह प्रतिदिन 6 घंटे जीवकांडजी का अध्ययन कराया जाएगा |
- अन्य शिविरों की भांति इस शिविर में विभिन्न ग्रन्थ नहीं लेकर पूरे शिविर में एक ही ग्रन्थ का अध्ययन कराया जाएगा – यह इस शिविर की सबसे ख़ास बात है |
- नवीनतम साधनों जैसे प्रोजेक्टर, टेबल्स आदि के द्वारा अध्ययन कराया जाएगा |
- Software Engineer, विदेशों में सेवायें दे चुके युवा विद्वानों के द्वारा अत्यंत सरल और सुन्दर विधि से पढ़ाया जाएगा |
- आकर्षक नवीनतम स्टडी मटेरियल
- शिविर के बाद भी प्रश्न-पत्रों के माध्यम से ग्रन्थ का अभ्यास चालु रहता है |
पूर्व 2 शिविरों में गुणस्थान से लेकर योग मार्गणा तक अध्ययन कराया गया था | अब इस शिविर में आगे के अधिकारों का अधययन कराया जायेगा | जिन लोगों ने पूर्व शिविरों में भाग नहीं लिया था, वे भी इस शिविर में शामिल हो सकते हैं | इस शिविर के विषय पहले से भी सरल होंगे | देखें क्यों आना चाहिए इस शिविर में : https://www.youtube.com/watch?v=mTlIEXyELoU
शिविर में भाग लेने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य है | रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि 15 नवंबर है | रजिस्ट्रेशन करने हेतु आप ऑनलाइन फॉर्म भर सकते हैं : https://goo.gl/forms/8YqGObgVSaVjfnA03
जैनकोष
Jain Dictionary
Welcome to Jainkosh.org. This site has Jainendra Sidhant Kosh - the Jain Dictionary available in the digital form. Now you can search for any Jainism word to understand it, find the authentic reference.
Granths (Scriptures)
Original scriptures are digitized for easy reading online. This also enables you to search for any particular topic, word. Explore the granths to attain right knowledge.
Online Class
We had online Jain class on Tattvarth Sutra for young Jains. Videos of this class is available at Facebook. Click here to get more details.
Jain Games
Jain Games now available at your Mobile. Innovative and fun games to entertain and learn Jainism.