विनयमिथ्यात्व: Difference between revisions
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Revision as of 16:30, 5 July 2020
मिथ्यात्व के अज्ञान, संशय, एकान्त, विपरीत और विनय इन पांच भेदों में पाँचवाँ भेद । मन, वचन और काय से सभी देवों को नमन करना, सभी पदार्थो को मोक्ष का उपाय मानना विनय मिथ्यात्व कहलाता है । महापुराण 62.297, 302