असद्ध्यान: Difference between revisions
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Revision as of 16:30, 5 July 2020
इष्ट और अनिष्ट वस्तुओं क ध्यान । ऐसा ध्यान संक्लेश से युक्त होता है इसीलिए वह असद्ध्यान है । महापुराण 21.22-23