आत्मयज्ञ: Difference between revisions
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Revision as of 21:38, 5 July 2020
क्रोधाग्नि, कामाग्नि और उदराग्नि का, वैराग्य और अनशन की आहुतियों से शमन करना । वनवासी ऋषि, यति, मुनि और द्विज इस यज्ञ से मुक्ति को प्राप्त होते हैं । महापुराण 67.202-203