क्षत्रिय-न्याय: Difference between revisions
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Revision as of 21:40, 5 July 2020
क्षत्रियों का न्याय यह है कि वे धर्म का उल्लंघन न करें, धन का अर्जन करें, उसकी रक्षा और वृद्धि करें तथा पात्र में उसका विनियोजन करें । महापुराण 42.13-14