पवाइज्जमाण: Difference between revisions
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जो उपदेश आचार्य सम्मत होता है और चिरकाल से अविचिछन्न सम्प्रदाय के क्रम से चला आता हुआ शिष्य परम्परा के द्वारा लाया जाता है वह पवाइज्जमाण कहा जाता है। | |||
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Revision as of 21:43, 5 July 2020
जो उपदेश आचार्य सम्मत होता है और चिरकाल से अविचिछन्न सम्प्रदाय के क्रम से चला आता हुआ शिष्य परम्परा के द्वारा लाया जाता है वह पवाइज्जमाण कहा जाता है।