पवाइज्जमाण
From जैनकोष
जो उपदेश आचार्य सम्मत होता है और चिरकाल से अविचिछन्न संप्रदाय के क्रम से चला आता हुआ शिष्य परंपरा के द्वारा लाया जाता है वह पवाइज्जमाण कहा जाता है।
जो उपदेश आचार्य सम्मत होता है और चिरकाल से अविचिछन्न संप्रदाय के क्रम से चला आता हुआ शिष्य परंपरा के द्वारा लाया जाता है वह पवाइज्जमाण कहा जाता है।