रसना: Difference between revisions
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<li> रसना इन्द्रिय की प्रधानता | <li> रसना इन्द्रिय का लक्षण ।−देखें [[ इन्द्रिय#1 | इन्द्रिय - 1 ]]। </li> | ||
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<p id="2">(2) एक आभूषण-मेखला । इसे पुरुष और स्त्री दोनों अपने कटि प्रदेश पर धारण करते हैं । इससे नीचे छोटी-छोटी घंटियाँ लटकाई जाती हैं । <span class="GRef"> महापुराण 7.236, 15.203 </span></p> | |||
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Revision as of 21:46, 5 July 2020
== सिद्धांतकोष से ==
- रसना इन्द्रिय का लक्षण ।−देखें इन्द्रिय - 1 ।
- रसना इन्द्रिय की प्रधानता ।−देखें संयम - 2 ।
पुराणकोष से
(1) पांच इन्द्रियों में दूसरी इन्द्रिय-जिह्वा । महापुराण 14.113
(2) एक आभूषण-मेखला । इसे पुरुष और स्त्री दोनों अपने कटि प्रदेश पर धारण करते हैं । इससे नीचे छोटी-छोटी घंटियाँ लटकाई जाती हैं । महापुराण 7.236, 15.203