भावसेन त्रैविध्य: Difference between revisions
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मूलसंघ सेनगण के नैयायिक विद्वान् आचार्य। कृतियें–प्रमाप्रमेय, कथाविचार, शाकटायन व्याकरण टीका, | मूलसंघ सेनगण के नैयायिक विद्वान् आचार्य। कृतियें–प्रमाप्रमेय, कथाविचार, शाकटायन व्याकरण टीका, कातन्त्र रूपमाला, न्याय सूर्यावली, मुक्ति भुक्ति विचार, न्याय दीपिका, सिद्धान्तसार, सप्तपदार्थी टीका। समय–ई. श. 13 का मध्य। (ती./3/256, 259)। | ||
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Revision as of 14:26, 20 July 2020
मूलसंघ सेनगण के नैयायिक विद्वान् आचार्य। कृतियें–प्रमाप्रमेय, कथाविचार, शाकटायन व्याकरण टीका, कातन्त्र रूपमाला, न्याय सूर्यावली, मुक्ति भुक्ति विचार, न्याय दीपिका, सिद्धान्तसार, सप्तपदार्थी टीका। समय–ई. श. 13 का मध्य। (ती./3/256, 259)।