आम्रवन: Difference between revisions
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Revision as of 16:19, 19 August 2020
(1) समवसरण-भूमि का चतुर्थ वन । महापुराण 22.163, 183
(2) पुंडरीकिणी नगरी का एक उपवन । एक हजार राजाओं सहित वज्रसेन इसी उपवन में दीक्षित हुए थे । महापुराण 11. 48