कूटागार: Difference between revisions
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<p> समवसरण मे दूसरे कोट के भीतर गोपुर द्वारों के आगे विद्यमान बहुशिखरी भवन । देव, | <p> समवसरण मे दूसरे कोट के भीतर गोपुर द्वारों के आगे विद्यमान बहुशिखरी भवन । देव, गंधर्व, विद्याधर, नागकुमार और किन्नर जाति के देवों का क्रीड़ाभूमि । सामंतों और राजाओं के निवास भवन । <span class="GRef"> महापुराण 22.239,260-261 </span></p> | ||
Revision as of 16:21, 19 August 2020
समवसरण मे दूसरे कोट के भीतर गोपुर द्वारों के आगे विद्यमान बहुशिखरी भवन । देव, गंधर्व, विद्याधर, नागकुमार और किन्नर जाति के देवों का क्रीड़ाभूमि । सामंतों और राजाओं के निवास भवन । महापुराण 22.239,260-261