क्षत्रिय-न्याय: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 5: | Line 5: | ||
[[ क्षत्रिय | पूर्व पृष्ठ ]] | [[ क्षत्रिय | पूर्व पृष्ठ ]] | ||
[[ | [[ क्षत्रियांतक | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: क्ष]] | [[Category: क्ष]] |
Revision as of 16:21, 19 August 2020
क्षत्रियों का न्याय यह है कि वे धर्म का उल्लंघन न करें, धन का अर्जन करें, उसकी रक्षा और वृद्धि करें तथा पात्र में उसका विनियोजन करें । महापुराण 42.13-14