धर्मसिंह: Difference between revisions
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Revision as of 16:26, 19 August 2020
एक मुनि । सुमुख सेठ और वनमाला ने इन्हें आहार देकर इनके सन्मुख अपने पाप की निंदा की थी और प्रायश्चित्त ग्रहण किया था । महापुराण 70. 73