इंद्रराज: Difference between revisions
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([[कषायपाहुड़]] पुस्तक संख्या १/प्र.७३ पं. महेन्द्र) गुर्जर नरेन्द्र जगत्तुंगका छोटा भाई था। इसने लाट देशके राजा श्रीवल्लभको जीतकर जगत्तुंगको वहाँका राजा बना दिया था। जगत्तुंगका ही पुत्र अमोघवर्ष प्रथम हुआ। इन्द्रराज राजाका पुत्र कर्कराज था। इसने अमोघवर्षके लिए राष्ट्रकूटोंको जीतकर उसे राष्ट्रकूटका राज्य दिलाया था। राजा जगत्तुंग के अनुसार आपका समय ई.७९४-८१४<br>(विशेष <b>देखे </b>[[इतिहास]] ३/५)।<br>[[Category:इ]] | ([[कषायपाहुड़]] पुस्तक संख्या १/प्र.७३ पं. महेन्द्र) गुर्जर नरेन्द्र जगत्तुंगका छोटा भाई था। इसने लाट देशके राजा श्रीवल्लभको जीतकर जगत्तुंगको वहाँका राजा बना दिया था। जगत्तुंगका ही पुत्र अमोघवर्ष प्रथम हुआ। इन्द्रराज राजाका पुत्र कर्कराज था। इसने अमोघवर्षके लिए राष्ट्रकूटोंको जीतकर उसे राष्ट्रकूटका राज्य दिलाया था। राजा जगत्तुंग के अनुसार आपका समय ई.७९४-८१४<br> | ||
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(कषायपाहुड़ पुस्तक संख्या १/प्र.७३ पं. महेन्द्र) गुर्जर नरेन्द्र जगत्तुंगका छोटा भाई था। इसने लाट देशके राजा श्रीवल्लभको जीतकर जगत्तुंगको वहाँका राजा बना दिया था। जगत्तुंगका ही पुत्र अमोघवर्ष प्रथम हुआ। इन्द्रराज राजाका पुत्र कर्कराज था। इसने अमोघवर्षके लिए राष्ट्रकूटोंको जीतकर उसे राष्ट्रकूटका राज्य दिलाया था। राजा जगत्तुंग के अनुसार आपका समय ई.७९४-८१४
(विशेष देखे इतिहास ३/५)।