महेंद्रदत्त: Difference between revisions
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Revision as of 16:32, 19 August 2020
(1) वृषभदेव तीर्थंकर के बासठवें गणधर । हरिवंशपुराण 12. 66
(2) राजा अकंपन का कंचुकी । सुलोचना को स्वयंवर मंडप में यही लाया था । महापुराण 43.227-278, पांडवपुराण 3.48
(3) खोमखेट नगर का राजा । इसने तीर्थंकर सुपार्श्वनाथ को पड़गाहकर आहार दिया था । महापुराण 53. 43
(4) विजयनगर का राजा । यह मरकर माहेंद्र स्वर्ग में देव हुआ तथा स्वर्ग से चयकर हरिषेण चक्रवर्ती हुआ । पद्मपुराण 20.185-186