वरद: Difference between revisions
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<p id="1"> (1) | <p id="1"> (1) सौधर्मेंद्र द्वारा स्तुत वृषभदेव का एक नाम । <span class="GRef"> महापुराण 25.142 </span></p> | ||
<p id="2">(2) समवसरण में स्थित तीसरे कोट के पश्चिम द्वार के आठ नामों में आठवाँ नाम । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 57.56, 59 </span></p> | <p id="2">(2) समवसरण में स्थित तीसरे कोट के पश्चिम द्वार के आठ नामों में आठवाँ नाम । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 57.56, 59 </span></p> | ||
Revision as of 16:34, 19 August 2020
(1) सौधर्मेंद्र द्वारा स्तुत वृषभदेव का एक नाम । महापुराण 25.142
(2) समवसरण में स्थित तीसरे कोट के पश्चिम द्वार के आठ नामों में आठवाँ नाम । हरिवंशपुराण 57.56, 59