• जैनकोष
    जैनकोष
  • Menu
  • Main page
    • Home
    • Dictionary
    • Literature
    • Kaavya Kosh
    • Study Material
    • Audio
    • Video
    • Online Classes
    • Games
  • Share
    • Home
    • Dictionary
    • Literature
    • Kaavya Kosh
    • Study Material
    • Audio
    • Video
    • Online Classes
    • Games
  • Login

जैन शब्दों का अर्थ जानने के लिए किसी भी शब्द को नीचे दिए गए स्थान पर हिंदी में लिखें एवं सर्च करें

वरदत्त

From जैनकोष

 Share 



(1) तीर्थंकर नेमिनाथ के प्रथम गणधर । महापुराण 71. 182, हरिवंशपुराण 58.2, 60. 349, 65.15, पांडवपुराण 22.59

(2) राजा विभीषण और रानी प्रियदत्ता का पुत्र । महापुराण 10. 149

(3) राजा भगीरथ का पुत्र । भगीरथ ने इसे ही राज्य सौंपकर कैलाश पर्वत पर योग धारण किया था । महापुराण 48.138-139

(4) एक केवली । ये जयसेन चक्रवर्ती के दीक्षागुरु थे । महापुराण 69.88-89

(5) द्वारावती नगरी का राजा । इसने तीर्थंकर नेमि को आहार देकर पंचाश्चर्य प्राप्त किये थे । महापुराण 71. 175-176

(6) राजा सत्यंधर के नगर-श्रेष्ठी धनपाल का पुत्र । यह जीवंधर का मित्र था । महापुराण 75.256-260

(7) एक मुनि । हस्तिनापुर के राजा हरिषेण ने अपनी रानी विनयश्री के साथ इन्हें आहार कराया था, जिसके फलवरूप इसकी रानी मरकर हैमवत क्षेत्र में आर्या हुई थी । हरिवंशपुराण 60. 105-107


पूर्व पृष्ठ

अगला पृष्ठ

Retrieved from "http://www.jainkosh.org/w/index.php?title=वरदत्त&oldid=77286"
Categories:
  • पुराण-कोष
  • व
JainKosh

जैनकोष याने जैन आगम का डिजिटल ख़जाना ।

यहाँ जैन धर्म के आगम, नोट्स, शब्दकोष, ऑडियो, विडियो, पाठ, स्तोत्र, भक्तियाँ आदि सब कुछ डिजिटली उपलब्ध हैं |

Quick Links

  • Home
  • Dictionary
  • Literature
  • Kaavya Kosh
  • Study Material
  • Audio
  • Video
  • Online Classes
  • Games

Other Links

  • This page was last edited on 14 November 2020, at 16:57.
  • Privacy policy
  • About जैनकोष
  • Disclaimers
© Copyright Jainkosh. All Rights Reserved
Powered by MediaWiki