संपराय: Difference between revisions
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<p class="SanskritText"> सर्वार्थसिद्धि/9/12/431/3 संपराय: कषाय:।</p> | <p class="SanskritText"><span class="GRef"> सर्वार्थसिद्धि/9/12/431/3 </span>संपराय: कषाय:।</p> | ||
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<li>संपराय कषाय को कहते हैं। ( धवला 1/1,1,17/184/4 ) - देखें [[ आस्रव#1.5 | आस्रव - 1.5]];</li> | <li>संपराय कषाय को कहते हैं। (<span class="GRef"> धवला 1/1,1,17/184/4 </span>) - देखें [[ आस्रव#1.5 | आस्रव - 1.5]];</li> | ||
<li>संपराय संसार को कहते हैं।</li> | <li>संपराय संसार को कहते हैं।</li> | ||
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Revision as of 13:03, 14 October 2020
सर्वार्थसिद्धि/9/12/431/3 संपराय: कषाय:।
- संपराय कषाय को कहते हैं। ( धवला 1/1,1,17/184/4 ) - देखें आस्रव - 1.5;
- संपराय संसार को कहते हैं।