आगै कहा करसी भैया: Difference between revisions
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(राग आसावरी जलद तेतालो)
आगैं कहा करसी भैया, आजासी जब काल रे ।।आगैं. ।।टेक ।।
यहां तौ तैनैं पोल मचाई, वहाँ तौ होय सम्हाल रे ।।१ ।।आगैं. ।।
झूठ कपट करि जीव सताये, हर्या पराया माल रे ।
सम्पति सेती धाप्या नाहीं, तकी विरानी बाल रे ।।२ ।।आगैं. ।।
सदा भोग में मगन रह्या तू, लख्या नहीं निज हाल रे ।
सुमरन दान किया नहिं भाई, हो जासी पैमाल रे ।।३ ।।आगैं. ।।
जोवन में जुवती संग भूल्या, भूल्या जब था बाल रे ।
अब हुँ धारो बुधजन समता, सदा रहहु खुश हाल रे ।।४ ।।आगैं. ।।