मेरा साँई तौ मोमैं नाहीं न्यारा: Difference between revisions
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(राग-खंमाच)
मेरा सांई तौ मोमैं नाहीं न्यारा, जानैं सो जाननहारा ।।मेरा. ।।टेक ।।
पहले खेद सह्यौ बिन जानैं । अब सुख अपरम्पारा ।।१ ।।मेरा. ।।
अनंत-चतुष्टय-धारक ज्ञायक, गुन परजै द्रव सारा ।
जैसा राजत गंधकुटीमें, तैसा मुझमें म्हारा ।।२ ।।मेरा. ।।
हित अनहित मम पर विकलपतैं, करम बंध भये भारा ।
ताहि उदय गति गति सुख दुखमैं, भाव किये दु:खकारा ।।३ ।।मेरा. ।।
काल लब्धि जिन आगम सेती, संशयभरम विदारा ।
बुधजन जान करावन करता, हौं ही एक हमारा ।।४ ।।मेरा. ।।