ऋजुकूला: Difference between revisions
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<p> जूंभिक ग्राम के बाहर मनोहर वन के मध्य में बहती हुई नदी । इसके तट पर शालवृक्ष के नीचे तीर्थंकर महावीर ने प्रतिमायोग धारण किया था । केवलज्ञान भी उन्हें यहीं हुआ था । <span class="GRef"> महापुराण 74.348-354, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 2.57, 13.100-101, 60. 255, </span>पापू0 1.94-97</p> | <div class="HindiText"> <p> जूंभिक ग्राम के बाहर मनोहर वन के मध्य में बहती हुई नदी । इसके तट पर शालवृक्ष के नीचे तीर्थंकर महावीर ने प्रतिमायोग धारण किया था । केवलज्ञान भी उन्हें यहीं हुआ था । <span class="GRef"> महापुराण 74.348-354, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 2.57, 13.100-101, 60. 255, </span>पापू0 1.94-97</p> | ||
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Revision as of 16:52, 14 November 2020
जूंभिक ग्राम के बाहर मनोहर वन के मध्य में बहती हुई नदी । इसके तट पर शालवृक्ष के नीचे तीर्थंकर महावीर ने प्रतिमायोग धारण किया था । केवलज्ञान भी उन्हें यहीं हुआ था । महापुराण 74.348-354, हरिवंशपुराण 2.57, 13.100-101, 60. 255, पापू0 1.94-97