कयान: Difference between revisions
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<p> दारुग्राम की ऊरी नामा ब्राह्मणी का पुत्र । इसने अतिभूति की स्त्री सरसा तथा उसके धन का अपहरण किया था । यह हिंसा को धर्म मानने वाला और मुनिदेवी था । खोटे ध्यान से मरकर यह क्रम से अश्व तथा ऊँट होने के पश्चात् धूम्रकेश का पिंगल नामक पुत्र हुआ था । <span class="GRef"> महापुराण 30.116-129 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> दारुग्राम की ऊरी नामा ब्राह्मणी का पुत्र । इसने अतिभूति की स्त्री सरसा तथा उसके धन का अपहरण किया था । यह हिंसा को धर्म मानने वाला और मुनिदेवी था । खोटे ध्यान से मरकर यह क्रम से अश्व तथा ऊँट होने के पश्चात् धूम्रकेश का पिंगल नामक पुत्र हुआ था । <span class="GRef"> महापुराण 30.116-129 </span></p> | ||
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Revision as of 16:52, 14 November 2020
दारुग्राम की ऊरी नामा ब्राह्मणी का पुत्र । इसने अतिभूति की स्त्री सरसा तथा उसके धन का अपहरण किया था । यह हिंसा को धर्म मानने वाला और मुनिदेवी था । खोटे ध्यान से मरकर यह क्रम से अश्व तथा ऊँट होने के पश्चात् धूम्रकेश का पिंगल नामक पुत्र हुआ था । महापुराण 30.116-129