कयान
From जैनकोष
दारुग्राम की ऊरी नामा ब्राह्मणी का पुत्र । इसने अतिभूति की स्त्री सरसा तथा उसके धन का अपहरण किया था । यह हिंसा को धर्म मानने वाला और मुनिद्वेषी था । खोटे ध्यान से मरकर यह क्रम से अश्व तथा ऊँट होने के पश्चात् धूम्रकेश का पिंगल नामक पुत्र हुआ था । महापुराण 30.116-129