क्रियाधिकारिणी: Difference between revisions
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<p> आस्रवकारी पच्चीस-क्रियाओं में एक क्रिया । यह हिंसा के शस्त्र आदि उपकरणों के ग्रहण करने से होती है । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 58,60, 67 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> आस्रवकारी पच्चीस-क्रियाओं में एक क्रिया । यह हिंसा के शस्त्र आदि उपकरणों के ग्रहण करने से होती है । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 58,60, 67 </span></p> | ||
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Revision as of 16:53, 14 November 2020
आस्रवकारी पच्चीस-क्रियाओं में एक क्रिया । यह हिंसा के शस्त्र आदि उपकरणों के ग्रहण करने से होती है । हरिवंशपुराण 58,60, 67