तैजस: Difference between revisions
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<p> जीव के पाँच प्रकार के शरीरों में तीसरे प्रकार का शरीर । यह अनादिकाल से जीव के साथ जुड़ा हुआ है । यह औदारिक वैक्रियिक और आहारक शरीरों से सूक्ष्म होता है । <span class="GRef"> पद्मपुराण 105.153 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> जीव के पाँच प्रकार के शरीरों में तीसरे प्रकार का शरीर । यह अनादिकाल से जीव के साथ जुड़ा हुआ है । यह औदारिक वैक्रियिक और आहारक शरीरों से सूक्ष्म होता है । <span class="GRef"> पद्मपुराण 105.153 </span></p> | ||
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Revision as of 16:54, 14 November 2020
जीव के पाँच प्रकार के शरीरों में तीसरे प्रकार का शरीर । यह अनादिकाल से जीव के साथ जुड़ा हुआ है । यह औदारिक वैक्रियिक और आहारक शरीरों से सूक्ष्म होता है । पद्मपुराण 105.153