भव्यमार्गणा: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> जीवों को ढूंढने के चौदह स्थानों में एक स्थान । यह भव्य और अभव्य के भेद से दो प्रकार का होता है । <span class="GRef"> वीरवर्द्धमान चरित्र 16. 53. 55 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> जीवों को ढूंढने के चौदह स्थानों में एक स्थान । यह भव्य और अभव्य के भेद से दो प्रकार का होता है । <span class="GRef"> वीरवर्द्धमान चरित्र 16. 53. 55 </span></p> | ||
</div> | |||
<noinclude> | <noinclude> |
Revision as of 16:55, 14 November 2020
जीवों को ढूंढने के चौदह स्थानों में एक स्थान । यह भव्य और अभव्य के भेद से दो प्रकार का होता है । वीरवर्द्धमान चरित्र 16. 53. 55