श्वापद: Difference between revisions
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<p> विदेहक्षेत्र की एक अटवी । पुंडरीक देश के चक्रवर्ती त्रिभुवनानंद के सामंत पुनर्वसु के द्वारा अपहृता त्रिभुवनानंद की पुत्री अनंगसरा पर्णलध्वी विद्या के सहारे इसी अटवी में आयी थी । <span class="GRef"> पद्मपुराण 64.50-55 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> विदेहक्षेत्र की एक अटवी । पुंडरीक देश के चक्रवर्ती त्रिभुवनानंद के सामंत पुनर्वसु के द्वारा अपहृता त्रिभुवनानंद की पुत्री अनंगसरा पर्णलध्वी विद्या के सहारे इसी अटवी में आयी थी । <span class="GRef"> पद्मपुराण 64.50-55 </span></p> | ||
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Revision as of 16:58, 14 November 2020
विदेहक्षेत्र की एक अटवी । पुंडरीक देश के चक्रवर्ती त्रिभुवनानंद के सामंत पुनर्वसु के द्वारा अपहृता त्रिभुवनानंद की पुत्री अनंगसरा पर्णलध्वी विद्या के सहारे इसी अटवी में आयी थी । पद्मपुराण 64.50-55