सुवेगा: Difference between revisions
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<p> भरतक्षेत्र के विजयार्ध पर्वत पर स्थित शिवंकरनगर के राजा पवनवेग विद्याधर की रानी । दूसरे जन्म के स्नेहवश चंदना का हरण करने वाले मनोवेग की यह माता थी । <span class="GRef"> महापुराण 75.163-165 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> भरतक्षेत्र के विजयार्ध पर्वत पर स्थित शिवंकरनगर के राजा पवनवेग विद्याधर की रानी । दूसरे जन्म के स्नेहवश चंदना का हरण करने वाले मनोवेग की यह माता थी । <span class="GRef"> महापुराण 75.163-165 </span></p> | ||
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Revision as of 16:59, 14 November 2020
भरतक्षेत्र के विजयार्ध पर्वत पर स्थित शिवंकरनगर के राजा पवनवेग विद्याधर की रानी । दूसरे जन्म के स्नेहवश चंदना का हरण करने वाले मनोवेग की यह माता थी । महापुराण 75.163-165