अवद्य: Difference between revisions
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Revision as of 07:11, 11 August 2022
राजवार्तिक अध्याय 7/9/2/537/2/5-`गर्ह्यमवद्यम्'
= अवद्य अर्थात् गर्ह्य निंद्य। जो गर्हा अर्थात् निन्दा के योग्य है।