बारस अणुवेक्खा: Difference between revisions
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आचार्य कुंदकुंद (ई. 127-179) कृत वैराग्य विषयक 91 प्राकृत गाथाओं में निबद्ध ग्रंथ है । इस ग्रंथ में बारह वैराग्य भावनाओं का कथन है । इस पर कोई टीका उपलब्ध नहीं है । (ती./2/114) । | |||
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Latest revision as of 10:18, 18 September 2022
आचार्य कुंदकुंद (ई. 127-179) कृत वैराग्य विषयक 91 प्राकृत गाथाओं में निबद्ध ग्रंथ है । इस ग्रंथ में बारह वैराग्य भावनाओं का कथन है । इस पर कोई टीका उपलब्ध नहीं है । (ती./2/114) ।