4 हंस को कौवे सता रहे है.jpg: Difference between revisions
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(हंस को कौवे सता रहे है, इस स्वप्न का फल है कि उच्चकुलीन शुभ आचरण से भ्रष्ट हो खोटे आचरण करेंगे, भरत चक्रवर्ती के स्वप्न, 16 स्वप्न, पंचम काल में इस भरत क्षेत्र में कैसा धर्म रहेगा source: jinswara) |
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हंस को कौवे सता रहे है, इस स्वप्न का फल है कि उच्चकुलीन शुभ आचरण से भ्रष्ट हो खोटे आचरण करेंगे, भरत चक्रवर्ती के स्वप्न, 16 स्वप्न, पंचम काल में इस भरत क्षेत्र में कैसा धर्म रहेगा | हंस को कौवे सता रहे है, इस स्वप्न का फल है कि उच्चकुलीन शुभ आचरण से भ्रष्ट हो खोटे आचरण करेंगे, भरत चक्रवर्ती के स्वप्न, 16 स्वप्न, पंचम काल में इस भरत क्षेत्र में कैसा धर्म रहेगा | ||
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हंस को कौवे सता रहे है, इस स्वप्न का फल है कि उच्चकुलीन शुभ आचरण से भ्रष्ट हो खोटे आचरण करेंगे, भरत चक्रवर्ती के स्वप्न, 16 स्वप्न, पंचम काल में इस भरत क्षेत्र में कैसा धर्म रहेगा
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