गांडीव
From जैनकोष
एक धनुष । इसे राजा द्रुपद ने अपनी पुत्री द्रौपदी के वर की परीक्षा का साधन निश्चित किया था । यह घोषणा की थी कि जो भी इससे चंद्रकवेध कर देगा वही द्रौपदी का पति होगा । अर्जुन ने इससे चंद्रकवेध करके द्रौपदी को वरा था । हरिवंशपुराण - 45.126-135