संभिन्नश्रोतृ
From जैनकोष
एक निमित्तज्ञानी । विजयार्ध पर्वत की उत्तरश्रेणी में सुरेन्द्रकान्तार नगर के राजा विद्याधर मेघवाहन ने पुत्री ज्योतिर्माला क विवाह के संबंध में इन्हीं से परामर्श किया था । महापुराण 62. 71-72 86-44, पांडवपुराण 4.40, वीरवर्द्धमान चरित्र 3.77-95