आर्त्त अतिचार
From जैनकोष
भगवती आराधना / विजयोदयी टीका / गाथा 612/812/6
.... रोगार्तः शोकार्तो, वेदनार्तः इत्यार्तता त्रिविधाः। ......
आर्त-रोग, शोक, या वेदना से व्यथित होना ऐसे आर्तताके तीन प्रकार हैं। इससे होने वाले अतिचारों को आर्तातिचार कहते हैं। .....
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