रत्नगर्भ
From जैनकोष
(1) सौधर्मेंद्र द्वारा स्तुत वृषभदेव का एक नाम । महापुराण 25.181
(2) वसुदेव तथा रानी रत्नवती का ज्येष्ठ पुत्र । यह सुगर्भ का बड़ा भाई था । हरिवंशपुराण 48.59
(1) सौधर्मेंद्र द्वारा स्तुत वृषभदेव का एक नाम । महापुराण 25.181
(2) वसुदेव तथा रानी रत्नवती का ज्येष्ठ पुत्र । यह सुगर्भ का बड़ा भाई था । हरिवंशपुराण 48.59