रत्नकूट
From जैनकोष
मानुषोत्तर पर्वत के पूर्व-दक्षिण कोण में स्थित एक कूट । यहाँ नागकुमारों का स्वामी वेणुदेव रहता है । (हरिवंशपुराण - 5.607)
मानुषोत्तर पर्वत के पूर्व-दक्षिण कोण में स्थित एक कूट । यहाँ नागकुमारों का स्वामी वेणुदेव रहता है । (हरिवंशपुराण - 5.607)