तीर्थंकरव्रत
From जैनकोष
व्रत विधान संग्रह/48–24 तीर्थंकरों के नाम से 24 दिन लगातार 24 उपवास। जाप्य–‘‘ओं ह्रीं वृषभादिचतुर्विंशतितीर्थंकराय नम:’’ इस मंत्र का त्रिकाल जाप्य।
व्रत विधान संग्रह/48–24 तीर्थंकरों के नाम से 24 दिन लगातार 24 उपवास। जाप्य–‘‘ओं ह्रीं वृषभादिचतुर्विंशतितीर्थंकराय नम:’’ इस मंत्र का त्रिकाल जाप्य।