मनोवेगा
From जैनकोष
सिद्धांतकोष से
भगवान् चंद्रप्रभु की शासक यक्षिणी–देखें तीर्थंकर - 5.3।
पुराणकोष से
(1) विजयार्ध पर्वत की दक्षिणश्रेणी में सुवर्णाभ नगर के स्वामी मनोवेग की रानी । पति द्वारा चंदना का अपहरण किये जाने पर इसने पति को भयभीत कर उससे चंदना को छुड़ाया था । महापुराण 75.36-44 देखें मनोवेग
(2) अर्ककीर्ति के पुत्र अमिततेज को प्राप्त एक विद्या । महापुराण 62.397
(3) राजा बुध की रानी और अशोकलता की जननी । पद्मपुराण 8.104
(4) रावण की एक रानी । पद्मपुराण 77.15