स्थविरवादी मत
From जैनकोष
बुद्ध निर्वाण के पश्चात् बौद्ध लोगों में दो संप्रदाय उत्पन्न हो गये । महासंघिक व स्थविर । ई. पू. 400 की वैशाली परिषद् में स्थविरवादी 11 संघों में विभक्त हुए - हैमवत, सर्वास्तिवाद, धर्मगुप्तिक, महीशासक, काश्यपीय, सौत्रांतिक, वात्सीपुत्रीय, धर्मोत्तरीय, भद्रयानीय, सम्मितीय, और छत्रागरिका । देखें बौद्धदर्शन -3 । पूर्व पृष्ठ अगला पृष्ठ