हितंकर
From जैनकोष
काकंदी नगरी के राजा रतिवर्धन और रानी सुदर्शना का कनिष्ठ पुत्र और प्रियंकर का छोटा भाई । ये दोनों भाई मुनि दीक्षा लेकर ग्रैवेयक में उत्पन्न हुए तथा वहाँ से च्युत होकर लवण और अंकुश हुए । (पद्मपुराण 108.7, 39, 46)
काकंदी नगरी के राजा रतिवर्धन और रानी सुदर्शना का कनिष्ठ पुत्र और प्रियंकर का छोटा भाई । ये दोनों भाई मुनि दीक्षा लेकर ग्रैवेयक में उत्पन्न हुए तथा वहाँ से च्युत होकर लवण और अंकुश हुए । (पद्मपुराण 108.7, 39, 46)