हृदयसुंदरी
From जैनकोष
(1) हिडिंब वंश के राजा सिंहघोष और रानी सुदर्शना की पुत्री । त्रिकूटाचल का राजा मेघवेग इसे चाहता था किंतु वह इसे प्राप्त नहीं कर सका था । निमित्तज्ञानियों ने विंध्याचल पर गदाविद्या की सिद्धि करने वाले के मारने वाले को इसका पति बताया था । अंत में भीम पांडव के साथ इसका विवाह हुआ । (हरिवंशपुराण 45.114-118)
(2) रथनूपुर नगर के सहस्रार विद्याधर की रानी । विद्याधरों के राजा इंद्र की यह माता थी । (पद्मपुराण 13.65-66)