हृदयवेगा
From जैनकोष
महेंद्रनगर के राजा महेंद्र की रानी । इसके अरिंदम आदि सौ पुत्र तथा अंजनासुंदरी नाम की एक पुत्री थी । महापुराण 15.14-16
महेंद्रनगर के राजा महेंद्र की रानी । इसके अरिंदम आदि सौ पुत्र तथा अंजनासुंदरी नाम की एक पुत्री थी । महापुराण 15.14-16