ज्योतिष्प्रभ
From जैनकोष
विजयार्ध पर्वत की दक्षिणश्रेणी के कालकूट नगर के राजा कालसंवर के विद्युद्दंष्ट्र आदि पाँच सौ पुत्रों मे सबसे छोटा पुत्र । प्रद्युम्न ने इसे कालसंवर को यह समाचार देने को भेजा था कि उसके सभी पुत्रों को पाताल-मुखी वापी में औंधे मुह लटका दिया गया है । महापुराण 72.54-55, 124-126