काश्यगोष्ठी
From जैनकोष
कवि-सभा । कविता-पाठ के द्वारा सहृदय समाज को काव्य के रसों का आस्वादन कराना ऐसी गोष्ठियों का लक्ष्य होता है । काव्य-गोष्ठियों का आयोजन प्राचीन काल से होता आ रहा है । महापुराण 14.191
कवि-सभा । कविता-पाठ के द्वारा सहृदय समाज को काव्य के रसों का आस्वादन कराना ऐसी गोष्ठियों का लक्ष्य होता है । काव्य-गोष्ठियों का आयोजन प्राचीन काल से होता आ रहा है । महापुराण 14.191