अष्टमी व्रत
From जैनकोष
व्रत-विधान संग्रह। पृ. १२३-कुल समय ८ वर्ष; कुल उपवास = १९६; विधि = प्रतिमासकी प्रत्येक अष्टमीको उपवास करे। इस प्रकार आठ वर्षकी १९२ अष्टमी तथा दो अधिक मासोंकी ४ अष्टमी। कुल १९६ अष्टमियोंके १९६ उपवास करे। जाप्यमन्त्र = ओं ह्रीं णमो सिद्धाणं सिद्धाधिपतये नमः। इस मन्त्रका त्रिकाल जाप्य करे।
२. गन्ध अष्टमी व्रत; निःशल्य अष्टमी व्रत; मनचिन्तीअष्टमी व्रत - दे. वह वह नाम।