इंद्रजीत
From जैनकोष
(प.पु/सर्व/श्लोक) “रावणका पुत्र था (८/१५४) रावणकी मृत्यु पर विरक्त हो दीक्षा धारण कर ली। (७८/८१-८२) तथा मूक्तिको प्राप्त किया (८०/१२८)।
(प.पु/सर्व/श्लोक) “रावणका पुत्र था (८/१५४) रावणकी मृत्यु पर विरक्त हो दीक्षा धारण कर ली। (७८/८१-८२) तथा मूक्तिको प्राप्त किया (८०/१२८)।