अलंकारोदय
From जैनकोष
( पद्मपुराण सर्ग 4/श्लो.नं.) पृथिवीके भीतर अत्यन्त गुप्त एक सुन्दर नगरी थी/162-164। इसको रावणके पूर्वज मेघवाहनके लिए राक्षसोंके इन्द्र भीम सुभीमने रक्षार्थ प्रदान की थी।
( पद्मपुराण सर्ग 4/श्लो.नं.) पृथिवीके भीतर अत्यन्त गुप्त एक सुन्दर नगरी थी/162-164। इसको रावणके पूर्वज मेघवाहनके लिए राक्षसोंके इन्द्र भीम सुभीमने रक्षार्थ प्रदान की थी।